यह कहानी प्रदीप नामक ऐसे व्यक्ति की है जिसका जीवन अभावों के बीच गुजरा | पिता को शराब के नशे की लत थी छोटा मोटा जो भी काम करके जो भी वो दिन भर कमाते थे नशे की भेंट चढ़ जाता था | माँ जैसे तैसे कुछ पैसे बचा कर गुजारा करती थी, गरीबी होने के कारण प्रदीप बचपन में पढ़ लिख नहीं सका वह धीरे धीरे आवारा लडको के साथ घूमने लगा इसी बीच जब वह १४ वर्ष का था तभी उसके पिता का देहान्त हो गया परिवार में आर्थिक समस्याएं आ गई, माँ पड़ोस के घरों में खाना बनाने का काम कर के जीवन यापन करने लगी |
इधर प्रदीप धीरे धीरे दोस्तों के साथ दिन भर घूमता व शराब भी पीने लगा | माँ ने समझाने की बहुत कोशिश की परन्तु वह नहीं मानता था | घर से पैसे लेने के लिए झगडा भी करता रहता था, अब तो पिता के न रहने पर वह बिलकुल स्वतंत्र हो गया था | इसी बीच सौरभ नामक व्यक्ति से इसकी दोस्ती हो गई | सौरभ को ताड़ी पीने का सौख था इसलिए साथ रहते रहते प्रदीप भी ताड़ी पीने के लिए लखनऊ रोड स्थित ओमपुरी गाँव में जाने लगा | ओमपुरी गाँव में ही रहने वाली कंजड समाज की एक लड़की से उसे प्रेम हो गया तथा घरवालों के विरोध के बावजूद दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली |
इसके बाद वह ताड़ी से ड्रग्स के नशे पर आ गया | साथियों के साथ निडिल सिरिंज का साझा प्रयोग भी करता था क्यों कि उसे HIV के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी |
इसी बीच जब मै IDUs O.R.W. के साथ साईट विजिट पे था तभी मुझे जानकारी मिली की पास के ही क्षेत्र में कुछ नवयुवक ड्रग्स का नशा करते हैं तथा निडिल सिरिंज का साझा प्रयोग भी करते हैं, जब हम लोग उस क्षेत्र में गए तो देखा कि कुछ लोग झाड़ियों के बीच में बैठ कर ड्रग्स ले रहे थे परन्तु हम लोगों को देखते ही वो भाग गए |
मैंने उस हॉट स्पॉट पर O.R.W. को निरंतर निगरानी करने की सलाह दी, इसके बाद अगले दिन पुनः विजिट में हम पियर को भी साथ ले गए तब ये लोग नशा ले रहे थे | पियर जा कर इन लगों से मिला और थोड़ी देर बाद समझा बुझा कर इन्हें मेरे पास ले कर आया | मैंने उनसे परिचय किया तथा HIV संक्रमण तथा उससे होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बात चीत की, मैंने काउंसिलिंग के अंतर्गत उन लोगों से पियर के साथ TI कार्यालय आने के लिए समझाया |
अगले दिन प्रदीप व सौरभ पियर के साथ TI कार्यालय आये O.R.W. ने इन लोगों से बात की तथा 29/9/2021 को इनका रजिस्ट्रेशन किया, फिर मेरे द्वारा काउंसिलिंग करने के बाद HIV की स्क्रीनिंग की गई जिसमे दोनों HIV पॉजिटिव पाए गए | इसके बाद इसी दिन दोनों का ICTC से कन्फ़र्मेट्री टेस्ट कराया गया जहाँ ये लोग पॉजिटिव पाए गए |
प्रदीप को A.R.T. से लिंक कराने के काफी प्रयास किये किन्तु वो जाने के लिए तैयार नहीं हुआ, घर वालों से भी बात चीत कर के समझाने को कहा फिर भी वह नहीं माना | अंततः 21/12/2021 को उसे A.R.T. से लिंक कराने में हम लोगों को सफलता प्राप्त हुई | प्रदीप को A.R.T. दवा प्रति दिन निश्चित समय पर खाने व नशा कम करने की मेरे द्वारा सलाह दी गई |
अब वह निरंतर समय से दवा खाता है व नशा भी बहुत कम करता है | इसके एक बच्ची भी है जिनकी HIV स्क्रीनिंग की गई, माँ व बच्ची दोनों निगेटिव हैं, माँ को पारिवारिक परामर्श दे कर SPOUSE व IDUs O.R.W. द्वारा सेक्स के दौरान Condom का प्रयोग करने व नशा लेते समय नये निडिल व सिरिंज के प्रयोग के बारे में समझाया गया |
निरंतर A.R.T. की दवा खाने से आज प्रदीप की रिपोर्ट T.N.D. आ रही है जो की अच्छी रिपोर्ट मानी जाती है इसमे वाइरल लोड सबसे कम रहता है इसी कारण इसे हरदोई में स्थित मेडिकल कालेज के ICTC सेण्टर पर स्थानांतरित कर दिया गया है, जहाँ से वह अपने शहर में ही आसानी से दवा प्राप्त कर लेता है |
आज वह ऑटो रिक्शा चला कर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा है तथा परिवार पाल रहा है |
( गोपनीयता बनाये रखने के लिए पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं )
                                                                                                           – द्वारा काउंसलर TI हरदोई 

